तुम्हें जो
प्यार....
1.तुम्हें जो प्यार
भेजा है, दिल का एहसास भेजा है।
मतलबी दुनियाँ को, निःस्वार्थ का पैगाम भेजा है॥
कहीं ना टूट जाओ तुम, कठिन जीवन की राहों में
,
मेरे शब्दों के भावों में छिपाकर, साहस भेजा है।।
2.कभी जो पढ़ सकों तो तुम, मेरी आँखों में पढ़ लेना ।
किसी दूजे के संग चलकर, सुनहरे ख्वाब गढ़ लेना ॥
तुम्हें रह-रह के पग-पग
पर, मेरी पदचाप आयेगी,
ज़रा थम कर तू अपने दिल की, सच्ची बात सुन लेना ॥
3. राहे जीवन सफर में, दुःख के झंझावात आयेगें ।
कि
अब डूबे कि अब डूबे, ऐसे खयालात आयेगें ॥
तुम अंतिम साँस तक साहिल पे, चलने का साहस रखना,
किनारे
खुद-ब-खुद चलकर, तुम्हारे पास आयेगें ॥
4.दुःखों की धूप आये तो, सुखों की
छाँव मिल जाये ।
लड़खते कदमों को किसी राह पर, हमसाया
मिल जाये ॥
कभी जीवन-सफर में आये ना, बाधाओं
के बादल,
तुम कदम रखों जिस तरफ , सुहाना
मौसम हो जाये॥
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राहे जीवन सफर में, दुःख के झंझावात आयेगें ।
जवाब देंहटाएंकि अब डूबे कि अब डूबे, ऐसे खयालात आयेगें ॥
तुम अंतिम साँस तक साहिल पे, चलने का साहस रखना,
किनारे खुद-ब-खुद चलकर, तुम्हारे पास आयेगें ॥
बहुत खूब ...उम्दा !!